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Category 1: Love Betrayal (Ishq Mein Dhoka)
- दिल के दरवाजे पर ताला लगा दिया,
इश्क़ में धोखा खाकर सबक़ पा लिया।
- तूने वादों की चादर ओढ़ा दी,
फिर उसी में लपेटकर रुख़सत कर दिया।
- मेरी मोहब्बत को क्या मालूम था,
जिसे खुदा समझा वो सौदागर निकला।
- मैं आशिक़ था, वो एक तमाशा बना गई,
धोखे की आग में मुझे जला गई।
- इश्क़ में जो खुद को मिटा दिया,
उसी ने कह दिया कि तुम मेरे काबिल नहीं।
- वफ़ा की जो कसमे खाई थीं,
वो भी धुआँ बनकर उड़ गईं।
- किसी को इतना चाहा कि खुद को भुला दिया,
और बदले में उसने मुझसे रिश्ता ही भुला दिया।
- मोहब्बत का जुनून था मुझमें,
उसे भी इश्क़ का फ़रेब ही समझ आया।
- धोखे की ख़ुशबू से लिपटा था रिश्ता,
मैंने चाहा था उसे, उसने खेल बना दिया।
- जो वादा किया था साथ निभाने का,
उसी ने सबसे पहले छोड़ दिया।
Category 2: Friendship Betrayal (Dost Ka Dhoka)
- दोस्ती के नाम पर ज़हर पिलाया,
अपने ही हाथों से मुझे गिराया।
- जिस दोस्त को दुआओं में मांगा,
उसी ने पीछे से वार कर डाला।
- दोस्ती में खुद को मिटा दिया,
और उसने मुझे बेगाना बना दिया।
- अपना समझा था, पराया निकला,
दोस्त नहीं, एक शिकारी निकला।
- हर महफ़िल में मेरा नाम था,
पर जब ज़रूरत पड़ी, कोई साथ नहीं था।
- दोस्त के लिबास में दुश्मन मिला,
हर मुस्कान के पीछे एक छल मिला।
- धोखे की तस्वीर जब देखी,
उसमें मेरे सबसे प्यारे दोस्त की छवि मिली।
- दोस्ती के नाम पर वो सिर्फ़ मतलब निभाता रहा,
और मैं हर बार उसे अपना दोस्त मानता रहा।
- ज़िन्दगी में सबसे बड़ा ज़ख़्म वो होता है,
जब दोस्त ही दुश्मन बन जाता है।
- सच्ची दोस्ती का जो मतलब पूछा,
जवाब मिला – “मतलब निकल गया, तो पहचान कौन?”
Category 3: Family Betrayal (Parivaar Ka Dhoka)
- जिन हाथों को थामा था बचपन में,
उन्हीं हाथों ने तन्हा कर दिया।
- खून के रिश्ते भी अब पानी से हल्के हैं,
जब मतलब पूरा हो गया, तो अनजाने बन गए।
- घर के लोगों ने ही जब लूटा,
तो गैरों की साजिशें क्या असर डालेंगी?
- परिवार में ही जब जहर घुल जाए,
तो बाहर की दुनिया से क्या उम्मीद रखूं?
- अपनों की जुबां से निकले तीखे तीर,
गैरों के वार से ज्यादा गहरे लगे।
- मैंने जिसे भगवान माना,
उसी ने मुझे मिटाने की साजिश रची।
- अपने ही अपनों को नीलाम कर देते हैं,
बस एक सौदे की कीमत बढ़नी चाहिए।
- खून के रिश्तों की गर्मी ठंडी पड़ गई,
जब पैसों की आग जल उठी।
- घर के दरवाजे से निकाला जिसने,
वो मेरे ही नाम से अपनी पहचान बनाता है।
- अपने ही जब गैरों से बढ़कर चोट दें,
तो फिर दर्द की हद ही नहीं रहती।
Category 4: Painful Betrayal (Dard Bhara Dhoka)
- दिल रोता रहा पर आंसू सूख गए,
धोखे की बारिश ने सब बहा दिया।
- जिस्म पर लगे जख़्म भर जाएंगे,
पर दिल की चोटें कभी नहीं।
- धोखा खाकर भी हंस रहे हैं,
क्योंकि रोने का हक़ भी छीन लिया गया।
- मोहब्बत की आग में खुद को जलाया,
पर राख भी संभालने कोई नहीं आया।
- वो दर्द की किताब के हर पन्ने पर था,
और मैं बेवकूफ उसे अपनी कहानी समझता रहा।
- जिसने मेरी दुनिया संवारने की बात की थी,
उसी ने उसे उजाड़ दिया।
- धोखा देकर भी मुस्कुराते हो,
कैसा हुनर पाया है तुमने?
- उसने मेरे सपनों को ऐसे कुचला,
जैसे उन्हें कोई हक़ ही न था उड़ने का।
- हर रिश्ते में बस फरेब ही मिला,
अब भरोसे का कोई नाम नहीं रहा।
- दर्द की गहराई में डूबकर देखा,
वहां सिर्फ़ तुम्हारी बेवफाई थी।
Category 5: Self-Respect (Swabhimaan aur Dhoka)
- तूने सोचा मैं रो पड़ूंगा,
मगर मैंने तेरी यादों को भी दफना दिया।
- जिसने मुझे ठुकराया था कभी,
आज वो लौटकर मेरे दरवाजे पर है।
- धोखा दिया और सोचा मैं बिखर जाऊँगा,
पर मैं राख से भी खड़ा हो गया।
- अपने ही हाथों से खुद को संभाला है,
अब किसी के भरोसे की जरूरत नहीं।
- प्यार में धोखा खाने के बाद मैंने सीखा,
खुद से बढ़कर कोई अपना नहीं।
- जब दर्द हद से गुजर जाता है,
तब इंसान पत्थर बन जाता है।
- हर किसी पर भरोसा करके ग़लती की थी,
अब दिल के दरवाजे बंद कर दिए हैं।
- मुझे गिराने वाले भूल गए थे,
कि मैं उड़ने का हुनर रखता हूँ।
- जिसको पाकर मैंने खुद को खो दिया,
आज उसी ने कहा – “तू मेरा काबिल नहीं”।
- मैं चुप हूँ इसका मतलब ये नहीं कि हार गया,
बस अब जवाब देने का शौक नहीं।
Category 6: Karma & Betrayal (Karma aur Dhoka)
- जो तूने बोया है, वही काटेगा,
तेरा भी दिल कोई ऐसे ही तोड़ेगा।
- तेरा हर झूठा वादा, हर चालाकी,
तुझे उसी दर्द में उलझाकर रखेगी।
- आज जो मुझे रुलाया है,
कल तुझे भी कोई ऐसे ही तड़पाएगा।
- मेरी सच्चाई का मजाक उड़ाने वाले,
तेरा भी सच एक दिन सामने आएगा।
- तूने जो धोखा दिया है,
वही तेरे पास लौटकर आएगा।
- वक्त का पहिया घूमता है,
तू भी उसी अंधेरे में गुम होगा।
- मैंने तुझे इश्क़ में खुदा समझा,
अब देख, तेरा ताज खुद गिरा दूँगा।
- हर बुरा कर्म लौटकर आता है,
तेरा भी हिसाब होगा, धीरे-धीरे।
- जिस जख़्म को तूने दिया था,
अब वही तेरी रूह में जलन देगा।
- बस थोड़ा सब्र रख,
तेरा भी वक्त आने वाला है।
Category 7: Revenge (Badla aur Dhoka)
- मैंने तेरा दिया दर्द पी लिया,
पर तुझे भी चैन नहीं लेने दूँगा।
- धोखा देकर तूने खेल खेला,
अब देख, बाज़ी कैसे पलटती है।
- मैं चुप रहा, इसका मतलब ये नहीं कि भूल गया,
बस सही समय का इंतजार कर रहा हूँ।
- तूने जो मुझसे छीना,
अब तुझे उसका स्वाद चखाऊँगा।
- तेरे धोखे को मैंने सबक़ बना लिया,
अब तुझे भी सबक़ सिखाऊँगा।
- मैंने तुझे चाहा था दिल से,
अब तेरा नाम भी भूल जाऊँगा।
- जब तेरा वक्त बदलेगा,
तब तुझे मेरी कीमत समझ आएगी।
- मेरे दर्द को तूने हंसी में उड़ाया,
अब देख, तेरा भी दर्द तेरा ही मजाक बनाएगा।
- मैं टूटा नहीं हूँ,
बस अब फौलाद बन गया हूँ।
- जिस खेल को तूने शुरू किया था,
उसका अंत अब मैं करूंगा।
Category 8: Online Scam & Betrayal (Digital Dhoka)
- इंटरनेट पर जब रिश्ते बिकते हैं,
तो भरोसे की कीमत क्या होगी?
- प्रोफाइल में प्यार भरा था,
असलियत में बस धोखा था।
- वो ऑनलाइन मेरा सच्चा हमसफ़र था,
ऑफलाइन होते ही पराया बन गया।
- चैट में जो बातें कसमों से भरी थीं,
असल में वो एक झूठी कहानी थी।
- सोशल मीडिया पर प्यार मिला,
हकीकत में सिर्फ छलावा निकला।
- नेट की दुनिया में सच्चाई ढूँढने निकले थे,
धोखा मिल गया, मगर सबक भी।
- जिसने कहा था “हमेशा साथ रहूँगा”,
उसी ने मुझे ब्लॉक कर दिया।
- इमोजी वाले दिल सच्चे नहीं होते,
ये तो बस खेल की बिसात होते हैं।
- ऑनलाइन मिले सपने अधूरे रह गए,
बस एक धोखे की कहानी बन गई।
- टेक्स्ट में मोहब्बत की गहराई थी,
हकीकत में बस खेल था।
Category 9: Business & Money Betrayal (Dhandha Aur Paisa)
- जहाँ पैसा बोलता है, वहाँ रिश्ते खामोश हो जाते हैं।
- मैंने दोस्त समझकर साझेदारी की,
पर उसने मुझे ही बाज़ार में बेच दिया।
- कारोबार में भरोसा भी एक सौदा बन जाता है,
जब मतलब खत्म हो जाता है।
- पैसा हाथ से गया, तो यार भी पराया हो गया।
- वो साझेदार नहीं, एक शिकारी था,
जो मुझे अपने ही खेल में फंसा गया।
- लाखों कमाए, पर सच्चे दोस्त गंवा दिए।
- बिज़नेस में पार्टनरशिप नहीं,
भरोसे का इम्तिहान होता है।
- जब जेब खाली होती है,
तो अपने भी अनजान बन जाते हैं।
- मैंने कर्ज़े में मदद की थी,
पर उसने कर्ज़दार बना दिया।
- पैसा कमाना आसान है,
पर भरोसा कमाना मुश्किल।
Category 10: Marriage & Betrayal (Shaadi Mein Dhoka)
- शादी के वादे झूठे निकले,
बस रस्में निभा दी गईं।
- साथ निभाने की कसम खाई थी,
पर मतलब पूरा होते ही छोड़ दिया।
- रिश्ता सिर्फ़ नाम का था,
दिल से तो वो कब का दूर था।
- सात फेरे लिए थे हमने,
पर वो सिर्फ़ चार कदम ही साथ चला।
- जो हाथ थामा था जिंदगीभर के लिए,
उसी ने धक्का देकर गिरा दिया।
- प्यार कम, समझौते ज्यादा थे इस रिश्ते में।
- शादी तो हुई थी पर इज्ज़त नहीं मिली।
- उसने साथ निभाने का वादा किया,
पर निभाने में उसे परेशानी हो गई।
- शादी के पहले प्यार दिखाया,
बाद में सिर्फ़ हुक्म चलाया।
- निकाह के कागज़ात पर दस्तख़त किए थे,
दिल से रिश्ता कभी बना ही नहीं।
Category 11: Trust Issues (Bharosa Tootna)
- एक बार भरोसा टूट जाए,
तो फिर हर रिश्ता अधूरा सा लगता है।
- मुझे तेरा झूठ माफ़ था,
पर मेरा भरोसा अब तुझ पर नहीं रहा।
- विश्वास टूटा तो ऐसा टूटा,
अब किसी को दिल ही नहीं दे सकता।
- मैं तुझ पर भरोसा करके खुद को भूला,
और तूने मुझे भूलकर अपनी दुनिया बसा ली।
- धोखा खाने के बाद अब किसी पर भरोसा करने का दिल नहीं करता।
- ज़िन्दगी ने सिखा दिया कि
भरोसा सिर्फ़ खुद पर करो।
- कोई कितना भी अपना लगे,
वक्त आने पर बदल ही जाता है।
- भरोसे का क्या है?
एक झूठ ही उसे मिटाने के लिए काफी है।
- जिनसे उम्मीद की थी,
उन्होंने ही सबसे पहले छोड़ा।
- अब किसी पर यकीन करना मुश्किल हो गया है।
Category 12: Fake Love (Jhooti Mohabbat)
- वो प्यार नहीं,
बस टाइमपास कर रहा था।
- उसने कहा “हमेशा साथ रहूंगा”,
पर उसका “हमेशा” सिर्फ कुछ महीनों का था।
- झूठी मोहब्बत का नशा बड़ा मीठा होता है,
पर होश आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
- जिस इश्क़ के लिए मैंने खुद को मिटाया,
वो महज़ एक खेल निकला।
- प्यार के नाम पर सिर्फ़ मज़ाक बना दिया।
- मेरी सच्चाई पर उसने अपनी चालाकी जीत ली।
- झूठे इश्क़ से बेहतर होता
कि अकेला ही रहता।
- उसने मुझे छोड़ा नहीं,
मुझे इस्तेमाल करके फेंक दिया।
- मोहब्बत में सिर्फ़ मैं पागल था,
उसके लिए तो ये एक सौदा था।
- आज जिसे मैंने खुदा बना रखा था,
वो किसी और का हो चुका है।
Category 13: Emotional Betrayal (Jazbaton Se Khelna)
- दिल से खेलना उसका शौक था,
और मैं उसका सबसे पसंदीदा खिलौना।
- मेरी मासूमियत का उसने फायदा उठाया।
- इमोशंस का भी कोई मोल नहीं बचा,
हर कोई सिर्फ़ इस्तेमाल करके निकल जाता है।
- मैं अपना दिल दे बैठा था,
और उसने हंसी में उड़ा दिया।
- उसने कहा “तू मेरा है”,
पर दिल किसी और को दे रखा था।
- जज़्बातों से खेलने वाले अक्सर अकेले रह जाते हैं।
- प्यार की गहराई को समझा ही नहीं,
बस छल किया और निकल गया।
- मेरे एहसासों की कोई कीमत ही नहीं थी उसके लिए।
- उसने मेरे दिल को ठुकरा दिया,
और अब मैं उसे भूल चुका हूँ।
- जज़्बातों से खेलने वालों को वक़्त बहुत अच्छा सबक़ सिखाता है।
Category 14: Second Chance After Betrayal (Wapas Lautna)
- धोखा देकर जो वापस आएगा,
उसे पहले जैसा कभी नहीं पाएगा।
- माफ़ी माँगने से जख्म नहीं भरते।
- तू वापस आया तो सही,
पर अब मेरी ज़िन्दगी में तेरी कोई जगह नहीं।
- एक बार टूटे रिश्ते जुड़ते नहीं,
बस घाव छोड़ जाते हैं।
- जो चला गया था,
वो अब लौटकर मेरे दरवाजे पर खड़ा है।
- प्यार में धोखा खाया,
अब तुझे दोबारा अपना नहीं बना सकता।
- वापस आकर प्यार जताने से,
ग़लतियाँ मिटती नहीं।
- एक बार जिसे खो दिया,
उसे वापस पाने की कोई ख्वाहिश नहीं।
- धोखा खाने के बाद इंसान बदल जाता है।
- अब मैं तुझे वैसे नहीं देख सकता,
जैसे पहले देखा करता था।
Category 15: Life Lessons After Betrayal (Zindagi Ke Sabak)
- धोखा खाकर इंसान या टूट जाता है,
या बहुत मजबूत बन जाता है।
- हर रिश्ता दिल से निभाना चाहिए,
पर हर किसी से उम्मीद नहीं लगानी चाहिए।
- जिसने धोखा दिया,
वो मेरी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा सबक बन गया।
- अब मैं किसी से उम्मीद नहीं रखता,
क्योंकि दिल को टूटने का डर है।
- जो खो गया, वो बीते वक्त का हिस्सा था,
अब मैं नए सफर पर हूँ।
- जिंदगी ने सिखा दिया कि
भरोसा तोड़ने वाले वापस नहीं जोड़े जा सकते।
- कभी-कभी अकेलापन धोखे से बेहतर होता है।
- जो लोग हमें छोड़ जाते हैं,
वो हमें मजबूत बना जाते हैं।
- हर धोखा एक नई शुरुआत देता है।
- खुद पर भरोसा करना सबसे जरूरी है।
Category 16: Painful Betrayal (Dukh Bhara Dhoka)
- तेरे दिए ज़ख्मों को हंसकर सह लूंगा,
पर तुझसे दोबारा मोहब्बत नहीं करूंगा।
- उसने मुझे इस तरह ठुकराया,
जैसे मैं कभी उसकी ज़िंदगी का हिस्सा ही न था।
- इश्क़ में मिले दर्द का कोई इलाज नहीं,
ये ज़ख्म ज़िंदगीभर साथ चलते हैं।
- दिल का रिश्ता जिस्म से जोड़ लिया,
और फिर कह दिया – “अब कोई मतलब नहीं”।
- जिसने दर्द दिया,
उसे ही मेरी चीखें सुनाई नहीं दीं।
- अब किसी के करीब जाने से डरता हूँ,
कहीं फिर से ना टूट जाऊं।
- वो सिर्फ मेरे प्यार से खेलता रहा,
और मैं उसे अपना सबकुछ समझता रहा।
- धोखा दिया, पर कम से कम
अलविदा कहकर जाता।
- वो कहते हैं मोहब्बत सच्ची थी,
फिर झूठे वादे क्यों किए?
- प्यार करके भी तन्हा रह गए,
धोखा खाकर भी वफादार रह गए।
Category 17: Family Betrayal (Parivaar Mein Dhoka)
- अपनों ने ही ऐसा धोखा दिया,
कि गैरों से भी डर लगने लगा।
- हर रिश्ता मतलब का हो गया,
अब अपने भी अपने नहीं रहे।
- खून के रिश्तों में भी धोखा देखा,
अब गैरों से क्या शिकायत करें।
- जब अपने ही पीठ में छुरा घोंपे,
तो दर्द दोगुना होता है।
- मुझे गैरों से नहीं,
अपनों की साजिशों से डर लगता है।
- दुनिया के धोखे सह लूंगा,
लेकिन अपनों का छल बर्दाश्त नहीं।
- परिवार वही होता है जो दुख में साथ दे,
वरना खून के रिश्ते भी बेगाने हो जाते हैं।
- अपनों ने जब छोड़ा,
तो अजनबियों से भी भरोसा उठ गया।
- हर दर्द बर्दाश्त किया,
पर अपनों की बेवफाई ने तोड़ दिया।
- दुनिया में सबसे खतरनाक धोखा,
अपने ही देते हैं।
Category 18: Regret & Realization (Pachtava Aur Afsos)
- जब मैंने प्यार किया,
तब उसने मजाक समझा।
- तेरा जाना तो तय था,
पर अफसोस यह है कि देर से समझ आया।
- जब मैं तुझसे दूर हो गया,
तब तुझे मेरी अहमियत समझ आई।
- मुझे खोकर अगर तुझे सुकून मिला है,
तो मैं दुआ करता हूँ कि कभी लौटकर मत आना।
- जिस पर आंख बंद करके भरोसा किया,
वही सबसे बड़ा धोखेबाज़ निकला।
- मैंने तुझ पर यकीन किया,
पर तूने मुझे सिर्फ इस्तेमाल किया।
- मुझे तुझसे प्यार था,
और तुझे सिर्फ मेरी मासूमियत से खेलना था।
- अब पछता रहा है,
जब मेरा दिल तुझसे हट गया है।
- अब जब मैं खुश हूँ,
तुझे मेरी याद क्यों सताने लगी?
- मैंने तुझे अपनी दुनिया बनाया,
और तूने मुझे सिर्फ एक हिस्सा समझा।
Category 19: Fake Friendship (Dosti Mein Dhoka)
- दोस्ती के नाम पर बस मतलब निकाल लिया।
- मैंने उसे भाई माना था,
और उसने मुझे सौदेबाज़ी का सामान।
- दोस्ती का हाथ बढ़ाया,
और उसने धोखे का जाल बिछा दिया।
- दोस्त बनकर ज़हर दिया,
और हम अमृत समझकर पी गए।
- जिस पर दोस्ती के लिए जान लुटाने का मन था,
उसी ने मेरी पीठ में छुरा घोंप दिया।
- दोस्त कहकर फायदा उठाया,
और फिर जरूरत खत्म होते ही भूल गया।
- अब मैं दोस्ती से भी डरने लगा हूँ,
क्योंकि अपने ही दुश्मन बन गए।
- नकली दोस्त उसी दिन पहचान आ जाता है,
जब बुरे वक्त में वो गायब हो जाता है।
- दोस्त था,
पर वो कभी सच्चा नहीं था।
- हर हंसता हुआ चेहरा दोस्त नहीं होता।
Category 20: Moving On After Betrayal (Naya Safar, Nayi Zindagi)
- तेरा धोखा मेरी हार नहीं,
बल्कि एक नई शुरुआत है।
- जिसने मुझे तोड़ने की कोशिश की,
अब मैं वही ताकत बन गया हूँ।
- अब मुझे फर्क नहीं पड़ता,
क्योंकि मैं खुद के साथ हूँ।
- अब मैं मोहब्बत से डरता नहीं,
बल्कि समझदारी से चुनता हूँ।
- मैंने तेरा दिया हुआ दर्द जला दिया,
और खुद को नया बना लिया।
- धोखा खाकर भी हारा नहीं,
बल्कि और निखर गया।
- अब जो मेरे साथ हैं,
वही मेरी असली दुनिया हैं।
- बेवफाओं को याद करके वक्त बर्बाद नहीं करता।
- तेरा जाना मेरी तक़दीर का सबसे अच्छा फैसला था।
- अब मैं पहले से ज्यादा मजबूत हूँ,
क्योंकि तेरा दिया हर धोखा,
मुझे और भी ताकतवर बना गया।