200 Dhoka Shayari 2015 मे

Category 1: Love Betrayal (Ishq Mein Dhoka)

  1. दिल के दरवाजे पर ताला लगा दिया,
    इश्क़ में धोखा खाकर सबक़ पा लिया।
  2. तूने वादों की चादर ओढ़ा दी,
    फिर उसी में लपेटकर रुख़सत कर दिया।
  3. मेरी मोहब्बत को क्या मालूम था,
    जिसे खुदा समझा वो सौदागर निकला।
  4. मैं आशिक़ था, वो एक तमाशा बना गई,
    धोखे की आग में मुझे जला गई।
  5. इश्क़ में जो खुद को मिटा दिया,
    उसी ने कह दिया कि तुम मेरे काबिल नहीं।
  6. वफ़ा की जो कसमे खाई थीं,
    वो भी धुआँ बनकर उड़ गईं।
  7. किसी को इतना चाहा कि खुद को भुला दिया,
    और बदले में उसने मुझसे रिश्ता ही भुला दिया।
  8. मोहब्बत का जुनून था मुझमें,
    उसे भी इश्क़ का फ़रेब ही समझ आया।
  9. धोखे की ख़ुशबू से लिपटा था रिश्ता,
    मैंने चाहा था उसे, उसने खेल बना दिया।
  10. जो वादा किया था साथ निभाने का,
    उसी ने सबसे पहले छोड़ दिया।

Category 2: Friendship Betrayal (Dost Ka Dhoka)

  1. दोस्ती के नाम पर ज़हर पिलाया,
    अपने ही हाथों से मुझे गिराया।
  2. जिस दोस्त को दुआओं में मांगा,
    उसी ने पीछे से वार कर डाला।
  3. दोस्ती में खुद को मिटा दिया,
    और उसने मुझे बेगाना बना दिया।
  4. अपना समझा था, पराया निकला,
    दोस्त नहीं, एक शिकारी निकला।
  5. हर महफ़िल में मेरा नाम था,
    पर जब ज़रूरत पड़ी, कोई साथ नहीं था।
  6. दोस्त के लिबास में दुश्मन मिला,
    हर मुस्कान के पीछे एक छल मिला।
  7. धोखे की तस्वीर जब देखी,
    उसमें मेरे सबसे प्यारे दोस्त की छवि मिली।
  8. दोस्ती के नाम पर वो सिर्फ़ मतलब निभाता रहा,
    और मैं हर बार उसे अपना दोस्त मानता रहा।
  9. ज़िन्दगी में सबसे बड़ा ज़ख़्म वो होता है,
    जब दोस्त ही दुश्मन बन जाता है।
  10. सच्ची दोस्ती का जो मतलब पूछा,
    जवाब मिला – “मतलब निकल गया, तो पहचान कौन?”

Category 3: Family Betrayal (Parivaar Ka Dhoka)

  1. जिन हाथों को थामा था बचपन में,
    उन्हीं हाथों ने तन्हा कर दिया।
  2. खून के रिश्ते भी अब पानी से हल्के हैं,
    जब मतलब पूरा हो गया, तो अनजाने बन गए।
  3. घर के लोगों ने ही जब लूटा,
    तो गैरों की साजिशें क्या असर डालेंगी?
  4. परिवार में ही जब जहर घुल जाए,
    तो बाहर की दुनिया से क्या उम्मीद रखूं?
  5. अपनों की जुबां से निकले तीखे तीर,
    गैरों के वार से ज्यादा गहरे लगे।
  6. मैंने जिसे भगवान माना,
    उसी ने मुझे मिटाने की साजिश रची।
  7. अपने ही अपनों को नीलाम कर देते हैं,
    बस एक सौदे की कीमत बढ़नी चाहिए।
  8. खून के रिश्तों की गर्मी ठंडी पड़ गई,
    जब पैसों की आग जल उठी।
  9. घर के दरवाजे से निकाला जिसने,
    वो मेरे ही नाम से अपनी पहचान बनाता है।
  10. अपने ही जब गैरों से बढ़कर चोट दें,
    तो फिर दर्द की हद ही नहीं रहती।

Category 4: Painful Betrayal (Dard Bhara Dhoka)

  1. दिल रोता रहा पर आंसू सूख गए,
    धोखे की बारिश ने सब बहा दिया।
  2. जिस्म पर लगे जख़्म भर जाएंगे,
    पर दिल की चोटें कभी नहीं।
  3. धोखा खाकर भी हंस रहे हैं,
    क्योंकि रोने का हक़ भी छीन लिया गया।
  4. मोहब्बत की आग में खुद को जलाया,
    पर राख भी संभालने कोई नहीं आया।
  5. वो दर्द की किताब के हर पन्ने पर था,
    और मैं बेवकूफ उसे अपनी कहानी समझता रहा।
  6. जिसने मेरी दुनिया संवारने की बात की थी,
    उसी ने उसे उजाड़ दिया।
  7. धोखा देकर भी मुस्कुराते हो,
    कैसा हुनर पाया है तुमने?
  8. उसने मेरे सपनों को ऐसे कुचला,
    जैसे उन्हें कोई हक़ ही न था उड़ने का।
  9. हर रिश्ते में बस फरेब ही मिला,
    अब भरोसे का कोई नाम नहीं रहा।
  10. दर्द की गहराई में डूबकर देखा,
    वहां सिर्फ़ तुम्हारी बेवफाई थी।

Category 5: Self-Respect (Swabhimaan aur Dhoka)

  1. तूने सोचा मैं रो पड़ूंगा,
    मगर मैंने तेरी यादों को भी दफना दिया।
  2. जिसने मुझे ठुकराया था कभी,
    आज वो लौटकर मेरे दरवाजे पर है।
  3. धोखा दिया और सोचा मैं बिखर जाऊँगा,
    पर मैं राख से भी खड़ा हो गया।
  4. अपने ही हाथों से खुद को संभाला है,
    अब किसी के भरोसे की जरूरत नहीं।
  5. प्यार में धोखा खाने के बाद मैंने सीखा,
    खुद से बढ़कर कोई अपना नहीं।
  6. जब दर्द हद से गुजर जाता है,
    तब इंसान पत्थर बन जाता है।
  7. हर किसी पर भरोसा करके ग़लती की थी,
    अब दिल के दरवाजे बंद कर दिए हैं।
  8. मुझे गिराने वाले भूल गए थे,
    कि मैं उड़ने का हुनर रखता हूँ।
  9. जिसको पाकर मैंने खुद को खो दिया,
    आज उसी ने कहा – “तू मेरा काबिल नहीं”।
  10. मैं चुप हूँ इसका मतलब ये नहीं कि हार गया,
    बस अब जवाब देने का शौक नहीं।

Category 6: Karma & Betrayal (Karma aur Dhoka)

  1. जो तूने बोया है, वही काटेगा,
    तेरा भी दिल कोई ऐसे ही तोड़ेगा।
  2. तेरा हर झूठा वादा, हर चालाकी,
    तुझे उसी दर्द में उलझाकर रखेगी।
  3. आज जो मुझे रुलाया है,
    कल तुझे भी कोई ऐसे ही तड़पाएगा।
  4. मेरी सच्चाई का मजाक उड़ाने वाले,
    तेरा भी सच एक दिन सामने आएगा।
  5. तूने जो धोखा दिया है,
    वही तेरे पास लौटकर आएगा।
  6. वक्त का पहिया घूमता है,
    तू भी उसी अंधेरे में गुम होगा।
  7. मैंने तुझे इश्क़ में खुदा समझा,
    अब देख, तेरा ताज खुद गिरा दूँगा।
  8. हर बुरा कर्म लौटकर आता है,
    तेरा भी हिसाब होगा, धीरे-धीरे।
  9. जिस जख़्म को तूने दिया था,
    अब वही तेरी रूह में जलन देगा।
  10. बस थोड़ा सब्र रख,
    तेरा भी वक्त आने वाला है।

Category 7: Revenge (Badla aur Dhoka)

  1. मैंने तेरा दिया दर्द पी लिया,
    पर तुझे भी चैन नहीं लेने दूँगा।
  2. धोखा देकर तूने खेल खेला,
    अब देख, बाज़ी कैसे पलटती है।
  3. मैं चुप रहा, इसका मतलब ये नहीं कि भूल गया,
    बस सही समय का इंतजार कर रहा हूँ।
  4. तूने जो मुझसे छीना,
    अब तुझे उसका स्वाद चखाऊँगा।
  5. तेरे धोखे को मैंने सबक़ बना लिया,
    अब तुझे भी सबक़ सिखाऊँगा।
  6. मैंने तुझे चाहा था दिल से,
    अब तेरा नाम भी भूल जाऊँगा।
  7. जब तेरा वक्त बदलेगा,
    तब तुझे मेरी कीमत समझ आएगी।
  8. मेरे दर्द को तूने हंसी में उड़ाया,
    अब देख, तेरा भी दर्द तेरा ही मजाक बनाएगा।
  9. मैं टूटा नहीं हूँ,
    बस अब फौलाद बन गया हूँ।
  10. जिस खेल को तूने शुरू किया था,
    उसका अंत अब मैं करूंगा।

Category 8: Online Scam & Betrayal (Digital Dhoka)

  1. इंटरनेट पर जब रिश्ते बिकते हैं,
    तो भरोसे की कीमत क्या होगी?
  2. प्रोफाइल में प्यार भरा था,
    असलियत में बस धोखा था।
  3. वो ऑनलाइन मेरा सच्चा हमसफ़र था,
    ऑफलाइन होते ही पराया बन गया।
  4. चैट में जो बातें कसमों से भरी थीं,
    असल में वो एक झूठी कहानी थी।
  5. सोशल मीडिया पर प्यार मिला,
    हकीकत में सिर्फ छलावा निकला।
  6. नेट की दुनिया में सच्चाई ढूँढने निकले थे,
    धोखा मिल गया, मगर सबक भी।
  7. जिसने कहा था “हमेशा साथ रहूँगा”,
    उसी ने मुझे ब्लॉक कर दिया।
  8. इमोजी वाले दिल सच्चे नहीं होते,
    ये तो बस खेल की बिसात होते हैं।
  9. ऑनलाइन मिले सपने अधूरे रह गए,
    बस एक धोखे की कहानी बन गई।
  10. टेक्स्ट में मोहब्बत की गहराई थी,
    हकीकत में बस खेल था।

Category 9: Business & Money Betrayal (Dhandha Aur Paisa)

  1. जहाँ पैसा बोलता है, वहाँ रिश्ते खामोश हो जाते हैं।
  2. मैंने दोस्त समझकर साझेदारी की,
    पर उसने मुझे ही बाज़ार में बेच दिया।
  3. कारोबार में भरोसा भी एक सौदा बन जाता है,
    जब मतलब खत्म हो जाता है।
  4. पैसा हाथ से गया, तो यार भी पराया हो गया।
  5. वो साझेदार नहीं, एक शिकारी था,
    जो मुझे अपने ही खेल में फंसा गया।
  6. लाखों कमाए, पर सच्चे दोस्त गंवा दिए।
  7. बिज़नेस में पार्टनरशिप नहीं,
    भरोसे का इम्तिहान होता है।
  8. जब जेब खाली होती है,
    तो अपने भी अनजान बन जाते हैं।
  9. मैंने कर्ज़े में मदद की थी,
    पर उसने कर्ज़दार बना दिया।
  10. पैसा कमाना आसान है,
    पर भरोसा कमाना मुश्किल।

Category 10: Marriage & Betrayal (Shaadi Mein Dhoka)

  1. शादी के वादे झूठे निकले,
    बस रस्में निभा दी गईं।
  2. साथ निभाने की कसम खाई थी,
    पर मतलब पूरा होते ही छोड़ दिया।
  3. रिश्ता सिर्फ़ नाम का था,
    दिल से तो वो कब का दूर था।
  4. सात फेरे लिए थे हमने,
    पर वो सिर्फ़ चार कदम ही साथ चला।
  5. जो हाथ थामा था जिंदगीभर के लिए,
    उसी ने धक्का देकर गिरा दिया।
  6. प्यार कम, समझौते ज्यादा थे इस रिश्ते में।
  7. शादी तो हुई थी पर इज्ज़त नहीं मिली।
  8. उसने साथ निभाने का वादा किया,
    पर निभाने में उसे परेशानी हो गई।
  9. शादी के पहले प्यार दिखाया,
    बाद में सिर्फ़ हुक्म चलाया।
  10. निकाह के कागज़ात पर दस्तख़त किए थे,
    दिल से रिश्ता कभी बना ही नहीं।

Category 11: Trust Issues (Bharosa Tootna)

  1. एक बार भरोसा टूट जाए,
    तो फिर हर रिश्ता अधूरा सा लगता है।
  2. मुझे तेरा झूठ माफ़ था,
    पर मेरा भरोसा अब तुझ पर नहीं रहा।
  3. विश्वास टूटा तो ऐसा टूटा,
    अब किसी को दिल ही नहीं दे सकता।
  4. मैं तुझ पर भरोसा करके खुद को भूला,
    और तूने मुझे भूलकर अपनी दुनिया बसा ली।
  5. धोखा खाने के बाद अब किसी पर भरोसा करने का दिल नहीं करता।
  6. ज़िन्दगी ने सिखा दिया कि
    भरोसा सिर्फ़ खुद पर करो।
  7. कोई कितना भी अपना लगे,
    वक्त आने पर बदल ही जाता है।
  8. भरोसे का क्या है?
    एक झूठ ही उसे मिटाने के लिए काफी है।
  9. जिनसे उम्मीद की थी,
    उन्होंने ही सबसे पहले छोड़ा।
  10. अब किसी पर यकीन करना मुश्किल हो गया है।

Category 12: Fake Love (Jhooti Mohabbat)

  1. वो प्यार नहीं,
    बस टाइमपास कर रहा था।
  2. उसने कहा “हमेशा साथ रहूंगा”,
    पर उसका “हमेशा” सिर्फ कुछ महीनों का था।
  3. झूठी मोहब्बत का नशा बड़ा मीठा होता है,
    पर होश आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
  4. जिस इश्क़ के लिए मैंने खुद को मिटाया,
    वो महज़ एक खेल निकला।
  5. प्यार के नाम पर सिर्फ़ मज़ाक बना दिया।
  6. मेरी सच्चाई पर उसने अपनी चालाकी जीत ली।
  7. झूठे इश्क़ से बेहतर होता
    कि अकेला ही रहता।
  8. उसने मुझे छोड़ा नहीं,
    मुझे इस्तेमाल करके फेंक दिया।
  9. मोहब्बत में सिर्फ़ मैं पागल था,
    उसके लिए तो ये एक सौदा था।
  10. आज जिसे मैंने खुदा बना रखा था,
    वो किसी और का हो चुका है।

Category 13: Emotional Betrayal (Jazbaton Se Khelna)

  1. दिल से खेलना उसका शौक था,
    और मैं उसका सबसे पसंदीदा खिलौना।
  2. मेरी मासूमियत का उसने फायदा उठाया।
  3. इमोशंस का भी कोई मोल नहीं बचा,
    हर कोई सिर्फ़ इस्तेमाल करके निकल जाता है।
  4. मैं अपना दिल दे बैठा था,
    और उसने हंसी में उड़ा दिया।
  5. उसने कहा “तू मेरा है”,
    पर दिल किसी और को दे रखा था।
  6. जज़्बातों से खेलने वाले अक्सर अकेले रह जाते हैं।
  7. प्यार की गहराई को समझा ही नहीं,
    बस छल किया और निकल गया।
  8. मेरे एहसासों की कोई कीमत ही नहीं थी उसके लिए।
  9. उसने मेरे दिल को ठुकरा दिया,
    और अब मैं उसे भूल चुका हूँ।
  10. जज़्बातों से खेलने वालों को वक़्त बहुत अच्छा सबक़ सिखाता है।

Category 14: Second Chance After Betrayal (Wapas Lautna)

  1. धोखा देकर जो वापस आएगा,
    उसे पहले जैसा कभी नहीं पाएगा।
  2. माफ़ी माँगने से जख्म नहीं भरते।
  3. तू वापस आया तो सही,
    पर अब मेरी ज़िन्दगी में तेरी कोई जगह नहीं।
  4. एक बार टूटे रिश्ते जुड़ते नहीं,
    बस घाव छोड़ जाते हैं।
  5. जो चला गया था,
    वो अब लौटकर मेरे दरवाजे पर खड़ा है।
  6. प्यार में धोखा खाया,
    अब तुझे दोबारा अपना नहीं बना सकता।
  7. वापस आकर प्यार जताने से,
    ग़लतियाँ मिटती नहीं।
  8. एक बार जिसे खो दिया,
    उसे वापस पाने की कोई ख्वाहिश नहीं।
  9. धोखा खाने के बाद इंसान बदल जाता है।
  10. अब मैं तुझे वैसे नहीं देख सकता,
    जैसे पहले देखा करता था।

Category 15: Life Lessons After Betrayal (Zindagi Ke Sabak)

  1. धोखा खाकर इंसान या टूट जाता है,
    या बहुत मजबूत बन जाता है।
  2. हर रिश्ता दिल से निभाना चाहिए,
    पर हर किसी से उम्मीद नहीं लगानी चाहिए।
  3. जिसने धोखा दिया,
    वो मेरी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा सबक बन गया।
  4. अब मैं किसी से उम्मीद नहीं रखता,
    क्योंकि दिल को टूटने का डर है।
  5. जो खो गया, वो बीते वक्त का हिस्सा था,
    अब मैं नए सफर पर हूँ।
  6. जिंदगी ने सिखा दिया कि
    भरोसा तोड़ने वाले वापस नहीं जोड़े जा सकते।
  7. कभी-कभी अकेलापन धोखे से बेहतर होता है।
  8. जो लोग हमें छोड़ जाते हैं,
    वो हमें मजबूत बना जाते हैं।
  9. हर धोखा एक नई शुरुआत देता है।
  10. खुद पर भरोसा करना सबसे जरूरी है।

Category 16: Painful Betrayal (Dukh Bhara Dhoka)

  1. तेरे दिए ज़ख्मों को हंसकर सह लूंगा,
    पर तुझसे दोबारा मोहब्बत नहीं करूंगा।
  2. उसने मुझे इस तरह ठुकराया,
    जैसे मैं कभी उसकी ज़िंदगी का हिस्सा ही न था।
  3. इश्क़ में मिले दर्द का कोई इलाज नहीं,
    ये ज़ख्म ज़िंदगीभर साथ चलते हैं।
  4. दिल का रिश्ता जिस्म से जोड़ लिया,
    और फिर कह दिया – “अब कोई मतलब नहीं”।
  5. जिसने दर्द दिया,
    उसे ही मेरी चीखें सुनाई नहीं दीं।
  6. अब किसी के करीब जाने से डरता हूँ,
    कहीं फिर से ना टूट जाऊं।
  7. वो सिर्फ मेरे प्यार से खेलता रहा,
    और मैं उसे अपना सबकुछ समझता रहा।
  8. धोखा दिया, पर कम से कम
    अलविदा कहकर जाता।
  9. वो कहते हैं मोहब्बत सच्ची थी,
    फिर झूठे वादे क्यों किए?
  10. प्यार करके भी तन्हा रह गए,
    धोखा खाकर भी वफादार रह गए।

Category 17: Family Betrayal (Parivaar Mein Dhoka)

  1. अपनों ने ही ऐसा धोखा दिया,
    कि गैरों से भी डर लगने लगा।
  2. हर रिश्ता मतलब का हो गया,
    अब अपने भी अपने नहीं रहे।
  3. खून के रिश्तों में भी धोखा देखा,
    अब गैरों से क्या शिकायत करें।
  4. जब अपने ही पीठ में छुरा घोंपे,
    तो दर्द दोगुना होता है।
  5. मुझे गैरों से नहीं,
    अपनों की साजिशों से डर लगता है।
  6. दुनिया के धोखे सह लूंगा,
    लेकिन अपनों का छल बर्दाश्त नहीं।
  7. परिवार वही होता है जो दुख में साथ दे,
    वरना खून के रिश्ते भी बेगाने हो जाते हैं।
  8. अपनों ने जब छोड़ा,
    तो अजनबियों से भी भरोसा उठ गया।
  9. हर दर्द बर्दाश्त किया,
    पर अपनों की बेवफाई ने तोड़ दिया।
  10. दुनिया में सबसे खतरनाक धोखा,
    अपने ही देते हैं।

Category 18: Regret & Realization (Pachtava Aur Afsos)

  1. जब मैंने प्यार किया,
    तब उसने मजाक समझा।
  2. तेरा जाना तो तय था,
    पर अफसोस यह है कि देर से समझ आया।
  3. जब मैं तुझसे दूर हो गया,
    तब तुझे मेरी अहमियत समझ आई।
  4. मुझे खोकर अगर तुझे सुकून मिला है,
    तो मैं दुआ करता हूँ कि कभी लौटकर मत आना।
  5. जिस पर आंख बंद करके भरोसा किया,
    वही सबसे बड़ा धोखेबाज़ निकला।
  6. मैंने तुझ पर यकीन किया,
    पर तूने मुझे सिर्फ इस्तेमाल किया।
  7. मुझे तुझसे प्यार था,
    और तुझे सिर्फ मेरी मासूमियत से खेलना था।
  8. अब पछता रहा है,
    जब मेरा दिल तुझसे हट गया है।
  9. अब जब मैं खुश हूँ,
    तुझे मेरी याद क्यों सताने लगी?
  10. मैंने तुझे अपनी दुनिया बनाया,
    और तूने मुझे सिर्फ एक हिस्सा समझा।

Category 19: Fake Friendship (Dosti Mein Dhoka)

  1. दोस्ती के नाम पर बस मतलब निकाल लिया।
  2. मैंने उसे भाई माना था,
    और उसने मुझे सौदेबाज़ी का सामान।
  3. दोस्ती का हाथ बढ़ाया,
    और उसने धोखे का जाल बिछा दिया।
  4. दोस्त बनकर ज़हर दिया,
    और हम अमृत समझकर पी गए।
  5. जिस पर दोस्ती के लिए जान लुटाने का मन था,
    उसी ने मेरी पीठ में छुरा घोंप दिया।
  6. दोस्त कहकर फायदा उठाया,
    और फिर जरूरत खत्म होते ही भूल गया।
  7. अब मैं दोस्ती से भी डरने लगा हूँ,
    क्योंकि अपने ही दुश्मन बन गए।
  8. नकली दोस्त उसी दिन पहचान आ जाता है,
    जब बुरे वक्त में वो गायब हो जाता है।
  9. दोस्त था,
    पर वो कभी सच्चा नहीं था।
  10. हर हंसता हुआ चेहरा दोस्त नहीं होता।

Category 20: Moving On After Betrayal (Naya Safar, Nayi Zindagi)

  1. तेरा धोखा मेरी हार नहीं,
    बल्कि एक नई शुरुआत है।
  2. जिसने मुझे तोड़ने की कोशिश की,
    अब मैं वही ताकत बन गया हूँ।
  3. अब मुझे फर्क नहीं पड़ता,
    क्योंकि मैं खुद के साथ हूँ।
  4. अब मैं मोहब्बत से डरता नहीं,
    बल्कि समझदारी से चुनता हूँ।
  5. मैंने तेरा दिया हुआ दर्द जला दिया,
    और खुद को नया बना लिया।
  6. धोखा खाकर भी हारा नहीं,
    बल्कि और निखर गया।
  7. अब जो मेरे साथ हैं,
    वही मेरी असली दुनिया हैं।
  8. बेवफाओं को याद करके वक्त बर्बाद नहीं करता।
  9. तेरा जाना मेरी तक़दीर का सबसे अच्छा फैसला था।
  10. अब मैं पहले से ज्यादा मजबूत हूँ,
    क्योंकि तेरा दिया हर धोखा,
    मुझे और भी ताकतवर बना गया।

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